माही-माही (Mahi-mahi), जिसे साधारण डोल्फ़िनफ़िश (common dolphinfish) या दोरादो (Dorado) और जीववैज्ञानिक भाषा में कोरिफ़ेना हिप्युरस (Coryphaena hippurus) भी कहा जाता है, समुद्र-सतह के पास तैरने वाली एक किरण-फ़िन मछली है जो विश्वभर में पाई जाती है। यह कोरिफ़ेना जीववैज्ञानिक गण की दो सदस्य जातियों में से एक है। माही-माही समुद्र में सबसे तेज़ी से बढ़ने वाली मछिलियों में से एक है और इसका आकार ६ फ़ुट लम्बा और वज़न ४० किलो तक पहुँच सकता है। इसलिए अन्य मछलियाँ इसका बहुत शिकार करती हैं और मछुआरे भी इन्हें बहुत पकड़ते हैं।[2][3]
माही-माही का नाम हवाईवी भाषा से आता है, जिसमें "माही" का अर्थ "शक्तिशाली" होता है। डोल्फ़िनफ़िश कहलाने के बावजूद, इस मछली का डॉलफ़िन (सूंस) से कोई सम्बन्ध नहीं है - डॉलफ़िन वायु से सांस लेने वाली एक स्तनधारी होती है जबकि डॉलफ़िनफ़िश पानी में सांस लेने वाली एक मछली है।
माही-माही (Mahi-mahi), जिसे साधारण डोल्फ़िनफ़िश (common dolphinfish) या दोरादो (Dorado) और जीववैज्ञानिक भाषा में कोरिफ़ेना हिप्युरस (Coryphaena hippurus) भी कहा जाता है, समुद्र-सतह के पास तैरने वाली एक किरण-फ़िन मछली है जो विश्वभर में पाई जाती है। यह कोरिफ़ेना जीववैज्ञानिक गण की दो सदस्य जातियों में से एक है। माही-माही समुद्र में सबसे तेज़ी से बढ़ने वाली मछिलियों में से एक है और इसका आकार ६ फ़ुट लम्बा और वज़न ४० किलो तक पहुँच सकता है। इसलिए अन्य मछलियाँ इसका बहुत शिकार करती हैं और मछुआरे भी इन्हें बहुत पकड़ते हैं।