स्नैपर (Snapper), जो जीववैज्ञानिक रूप से लूटजैनिडाए (Lutjanidae) कहलाता है, हड्डीदार मछलियों के पर्सिफ़ोर्मेज़ गण का एक कुल है। इस कुल की जातियाँ अधिकतर सागर में रहती हैं लेकिन कुछ आहार पाने के लिए ज्वारनदीमुखों (एस्चुएरियों) में भी जाती हैं। लूटजैनिडाए कुल में ११३ ज्ञात जातियाँ हैं, जिनमें से लाल स्नैपर सबसे अधिक जानी जाती है और मत्स्योद्योग में एक महत्वपूर्ण मछली है।
स्नैपर महासागरों के ऊष्णकटिबन्धीय और उपोष्णकटिबन्धीय क्षेत्रों में रहती हैं। यह १ मीटर (३.३ फ़ुट) तक लम्बी हो सकती हैं, हालांकि कुबेरा स्नैपर नामक एक जाति ५ फ़ुट तक बढ़ जाती है।[1] यह मांसाहारी होती हैं और अन्य मछलियों व क्रस्टेशियाईयों को ग्रास बनाती हैं, लेकिन कुछ प्लवक (प्लैंक्टन) भी खाती हैं।[2] अधिकतर जातियाँ शैल-भित्ति (कोरल) रीफ़ों के पास १०० मीटर (३३० फ़ुट) तक की गहराई में रहती हैं पर कुछ जातियाँ ५०० मीटर (१६०० फ़ुट) की गहराई तक भी मिलती हैं।
स्नैपर (Snapper), जो जीववैज्ञानिक रूप से लूटजैनिडाए (Lutjanidae) कहलाता है, हड्डीदार मछलियों के पर्सिफ़ोर्मेज़ गण का एक कुल है। इस कुल की जातियाँ अधिकतर सागर में रहती हैं लेकिन कुछ आहार पाने के लिए ज्वारनदीमुखों (एस्चुएरियों) में भी जाती हैं। लूटजैनिडाए कुल में ११३ ज्ञात जातियाँ हैं, जिनमें से लाल स्नैपर सबसे अधिक जानी जाती है और मत्स्योद्योग में एक महत्वपूर्ण मछली है।