कॉन्ड्रीइक्थीज़ (Chondrichthyes) या उपास्थिदार मछलियाँ (cartilaginous fish) जबड़े-वाली मछलियों की वह श्रेणी होती है जिनके अंदरूनी ढाँचे हड्डियों की बजाय उपास्थि (कार्टिलेज) के बने होते हैं। इनसे विपरीत वह मछलियाँ होती हैं जिनके भीतरी ढाँचे हड्डी के बने होते हैं, यानि हड्डीदार मछलियाँ। उपास्थिदार मछलियों के जोड़ेदार क्लोम (गिल) और नासिकाएँ होती हैं और इनके हृदय द्विकक्ष (दो ख़ानों वाले) होते हैं। हाँगर (शार्क) और शंकुश (रे) कुछ प्रसिद्ध उपास्थिदार मछलियाँ हैं। आमतौर पर उपास्थिदार मछलियों का अकार अन्य मछलियों से बड़ा होता है।[1]
कॉन्ड्रीइक्थीज़ को स्वयं आगे दो उपश्रेणियों में बांटा जाता है:
कॉन्ड्रीइक्थीज़ (Chondrichthyes) या उपास्थिदार मछलियाँ (cartilaginous fish) जबड़े-वाली मछलियों की वह श्रेणी होती है जिनके अंदरूनी ढाँचे हड्डियों की बजाय उपास्थि (कार्टिलेज) के बने होते हैं। इनसे विपरीत वह मछलियाँ होती हैं जिनके भीतरी ढाँचे हड्डी के बने होते हैं, यानि हड्डीदार मछलियाँ। उपास्थिदार मछलियों के जोड़ेदार क्लोम (गिल) और नासिकाएँ होती हैं और इनके हृदय द्विकक्ष (दो ख़ानों वाले) होते हैं। हाँगर (शार्क) और शंकुश (रे) कुछ प्रसिद्ध उपास्थिदार मछलियाँ हैं। आमतौर पर उपास्थिदार मछलियों का अकार अन्य मछलियों से बड़ा होता है।